क़ादर ख़ान एक हिन्दी फ़िल्म हास्य अभिनेता होने के साथ साथ एक फ़िल्म निर्देशक भी थे। उन्होंने अबतक 300 से अधिक फ़िल्मो में काम किया है। उनकी पहली फ़िल्म दाग (1973) थी, जिसमे उन्होंने अभियोगपक्ष के वकील की भूमिका निभाई थी। उन्होंने स्नातक की पढ़ाई इस्माइल यूसुफ कॉलेज से पूरी की।उन्होंने एक शिक्षक के रूप में भी कार्य किया।कादर खान नाम से परिचित ना हो, ये सम्भव ही नहीं हैं, क्योंकि वो ही समय ऐसा था ,जब कादर खान हँसी का पर्याय बन चुके थे, उनका फिल्म में होने का मतलब ही ये था कि फिल्म में 5 से 10 सीन जरुर कॉमेडी के होंगे,जबकि नकारात्मक किरदारों के साथ भी कादर खान ने हमेशा न्याय किया हैं| इस तरह से कादर खान ने बॉलीवुड की फिल्मों में विभिन्न छोटे-बड़े रोल निभाकर दर्शकों में अपनी एक अलग ही पहचान बनाई हैं|
कादर खान एक फेमस एक्टर होने के साथ-साथ कॉमेडियन, स्क्रिप्ट और डाइलोग राइटर भी हैं ,उन्होंने अमिताभ बच्चन के लिए नसीब, अग्निपथ, मुक्क़दर का सिकंदर, श्री नटवरलाल, अमर अकबर एंथोनी और लावारिस जैसी कई फिल्मों में लोकप्रिय संवाद लिखे।अभिनय के अलावा, उन्होंने एक फिल्म शमा (1981) भी बनाई है।
कादर खान ने एक इंटरव्यू में बताया था, कि उन्हें मनमोहन देसाई ने डायलॉग सुनने के लिए बुलाया था, लेकिन डायलॉग सुनने के बाद वो इतने खुश हो गए थे कि टीवी और ब्रेसलेट गिफ्ट कर दिया था। दिवंगत एक्टर कादर खान की गोविंदा के साथ जोड़ी एक समय सबसे सुपरहिट मानी जाती थी।
दोनों ने डेविड धवन की कई सुपरहिट फिल्मों में साथ काम किया था।कादर खान ने एक इंटरव्यू में अपने करियर का जिक्र करते हुए बताया था, ‘मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं सिर्फ एक्टिंग ही करूंगा या डायलॉग ही लिखूंगा। मुझे काम मिलता गया और मैं सिर्फ करता गया। लेकिन डायलॉग राइटर की शुरुआत एक घटना से हुई थी। मैं पहले प्ले लिखा करता था, यहां एक प्रोड्यूसर ने मुझे रणधीर कपूर और जया भादुड़ी की फिल्म के लिए डायलॉग लिखने का काम दे दिया था और ये बात 70 के दशक की है। उस समय इस काम के लिए मुझे सिर्फ 1500 रुपए दिए गए थे।
फिल्मफेयर के साथ इंटरव्यू में कादर खान ने कहा था, ‘मनमोहन देसाई ने घोषणा की थी कि वो अपनी फिल्म के डायलॉग लिखने के बदले मुझे 1 लाख 20 हजार रुपए देंगे। उन्होंने मुझे कुछ डायलॉग के सैंपल लेकर घर बुलाया था और कहा था ,कि अगर ठीक लगेंगे तभी काम दे पाएंगे। काम पूरा करने के बाद मैं उनके घर पहुंचा। देसाई मुझे साइन करने के लिए बहुत उत्सुक नहीं थे। उन्होंने मेरे डायलॉग सुने तो इतने खुश हो गए कि भागते हुए अपने कमरे में गए और ब्लैक एंड व्हाइट टीवी लेकर आ गए। मैंने पूछा ये क्यों? तो उन्होंने मुझे वो गिफ्ट दे दिया।कादर खान ने बताया था, ‘इसके साथ उन्होंने मुझे गोल्ड का ब्रेसलेट और 20 हजार रुपए नकद भी दे दिए थे। इसके बाद उन्होंने मुझे साइन कर लिया।’ कादर खान ने लगभग 250 से ज्यादा फिल्मों के लिए डायलॉग्स लिखे, वहीं खुद 300 से ज्यादा फिल्मों में उन्होंने अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया था।
कादर खान ने बताया था,कि बच्चों के कारण ही उन्होंने विलेन के किरदार निभाने से मना कर दिया था। क्योंकि उनके बच्चों को इसको लेकर स्कूल से लेकर पड़ोस तक से ताने सुनने पड़ते थे। कादर खान एक फेमस एक्क्टर थे| अनहोनअपनी एक अलग ही पहचान बनाई हैं|