लता ने रफी के साथ गाना क्यों बंद कर दिया?

1950 और 60 का दौर हिंदी फिल्म म्यूज़िक का गोल्डन पीरियड था। लता मंगेशकर और मोहम्मद रफी की जोड़ी सुपरहिट थी। लेकिन फिर अचानक इन दोनों ने साथ गाना बंद कर दिया। वजह थी—रॉयल्टी।
लता चाहती थीं कि सिंगर्स को गानों की रॉयल्टी मिलनी चाहिए। उन्होंने म्यूज़िक कंपनियों से इसका समर्थन मांगा। उनका मानना था—सिंगर का योगदान स्थायी होता है, तो कमाई भी होनी चाहिए।
पर मोहम्मद रफी इससे सहमत नहीं थे। उनका कहना था कि वे गाने के पैसे रिकॉर्डिंग के समय ही ले लेते हैं। बाद में रॉयल्टी की कोई ज़रूरत नहीं।
इस बात पर दोनों में तीखी बहस हुई। लता ने कहा—अगर रफी सिंगर्स यूनिटी के खिलाफ हैं, तो वे उनके साथ गाना नहीं गाएंगी।
और फिर, दोनों ने एक-दूसरे के साथ डुएट गाने बंद कर दिए। कई सालों तक ये दूरी बनी रही। म्यूज़िक डायरेक्टर्स परेशान हो गए। क्योंकि लता-रफी की जोड़ी ही सबसे लोकप्रिय थी।
कुछ साल बाद म्यूज़िक इंडस्ट्री के सीनियर लोगों ने समझौता कराया। तब जाकर दोनों फिर से साथ आए। लेकिन तब तक बहुत कुछ बदल चुका था।
Old is Gold Films मानता है कि ये घटना बताती है कि संगीत सिर्फ सुरों का नहीं, सिद्धांतों का भी मामला होता है।