श्याम बेनेगल को श्रद्धांजलि: समानांतर सिनेमा के जनक

भारतीय सिनेमा में जब कमर्शियल फिल्मों का दौर था, तब एक निर्देशक ने अपनी अलग पहचान बनाई – श्याम बेनेगल। उन्होंने समानांतर सिनेमा को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया और ऐसी फिल्में बनाई, जो सच्चाई और सामाजिक सरोकारों से जुड़ी थीं।
अंकुर (1974), मंथन (1976), निशांत (1975) और भूमिका (1977) जैसी फ़िल्मों के जरिए उन्होंने समाज के ज्वलंत मुद्दों को बड़े पर्दे पर उतारा। उनकी फिल्मों में वास्तविकता, गहरी कहानी और सामाजिक बदलाव की झलक थी। ओम पुरी, शबाना आज़मी, स्मिता पाटिल, नसीरुद्दीन शाह जैसे कलाकारों को उन्होंने अपनी फिल्मों के जरिए पहचान दिलाई।
श्याम बेनेगल सिर्फ एक निर्देशक ही नहीं, बल्कि भारतीय सिनेमा के बौद्धिक स्तंभ थे। उनके योगदान को शब्दों में बांध पाना मुश्किल है। Old is Gold Films के इस वीडियो में जानिए समानांतर सिनेमा के इस महानायक की अनकही कहानी। अभी वीडियो देखें और इस सिनेमा लीजेंड को श्रद्धांजलि दें!