Remembering Netaji Subhas Chandra Bose on His Birthday

23 जनवरी को, हम भारत के महानतम स्वतंत्रता सेनानियों में से एक, नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाते हैं। 1897 में जन्मे बोस ने ब्रिटिश शासन से आजादी के लिए भारत के संघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस एक दूरदर्शी नेता थे जो एकता की शक्ति में विश्वास करते थे और भारत की आजादी के लिए लगातार लड़ते रहे। वह एक करिश्माई और गतिशील व्यक्तित्व थे जिन्होंने अपने साहस और दृढ़ संकल्प से लाखों लोगों को प्रेरित किया।
बोस फॉरवर्ड ब्लॉक के संस्थापक और नेता थे, एक राजनीतिक दल जिसका उद्देश्य भारत में सभी ब्रिटिश विरोधी ताकतों को एकजुट करना था। वह “मुझे खून दो, और मैं तुम्हें आजादी दूंगा” के सिद्धांत में दृढ़ता से विश्वास करते थे और इसे प्राप्त करने के लिए सक्रिय रूप से काम किया।
बोस के सबसे महत्वपूर्ण योगदानों में से एक 1942 में भारतीय राष्ट्रीय सेना (आईएनए) की स्थापना थी। आईएनए का उद्देश्य द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान धुरी शक्तियों के साथ हाथ मिलाकर भारत को ब्रिटिश शासन से मुक्त कराना था। बोस का नेतृत्व और उनका प्रसिद्ध नारा “जय हिंद” पूरे देश में स्वतंत्रता सेनानियों के लिए रैली बन गया।

भारतीय स्वतंत्रता के लिए नेताजी सुभाष चंद्र बोस की अटूट प्रतिबद्धता पीढ़ियों को प्रेरित करती रहती है। उनकी बहादुरी, देशभक्ति और निस्वार्थता हमारे पूर्वजों द्वारा उस स्वतंत्रता को सुरक्षित करने के लिए किए गए बलिदानों की याद दिलाती है जिसका हम आज आनंद ले रहे हैं।
जैसा कि हम नेताजी सुभाष चंद्र बोस को उनके जन्मदिन पर याद करते हैं, आइए हम उनकी अदम्य भावना को श्रद्धांजलि दें और उन मूल्यों को बनाए रखने का प्रयास करें जिनके लिए वे खड़े रहे। उनकी विरासत हमें न्यायपूर्ण और समावेशी समाज की दिशा में काम करने के लिए प्रेरित करती रहेगी।