Old is Gold | राजा हिंदुस्तानी फिल्म का असली नाम कुछ और था, जानिए क्या?

1996 में रिलीज़ हुई राजा हिंदुस्तानी हिंदी सिनेमा की सबसे सफल रोमांटिक फिल्मों में से एक मानी जाती है। आमिर खान और करिश्मा कपूर की जोड़ी, मधुर संगीत और इमोशनल कहानी ने इस फिल्म को एक कल्ट क्लासिक बना दिया। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस सुपरहिट फिल्म का असली नाम कुछ और था?
फिल्म का पहला नाम क्या था?
राजा हिंदुस्तानी के डायरेक्टर धर्मेश दर्शन इस फिल्म को एक अलग नाम से बनाना चाहते थे। फिल्म का पहला नाम “राजा टैक्सीवाला” रखा गया था। यह नाम फिल्म के मुख्य किरदार राजा (आमिर खान) के प्रोफेशन को दर्शाता था, जो एक टैक्सी ड्राइवर होता है।
नाम क्यों बदला गया?
फिल्म के निर्माता अली मोरानी, करीम मोरानी और बंटी वालिया को लगा कि “राजा टैक्सीवाला” नाम से फिल्म का ग्रैंड अपील कम हो सकता है। उन्हें जरूरत थी एक ऐसे टाइटल की, जो फिल्म के इमोशनल और रोमांटिक एंगल को उभार सके। इसलिए फिल्म का नाम बदलकर “राजा हिंदुस्तानी” रखा गया।
इस बदलाव के पीछे मुख्य वजह थी कि फिल्म सिर्फ एक टैक्सी ड्राइवर की कहानी नहीं थी, बल्कि इसमें एक आम आदमी के संघर्ष, प्यार और समाज से लड़ाई को दिखाया गया था। “राजा हिंदुस्तानी” नाम में एक अलग भव्यता थी, जो फिल्म की कहानी से मेल खाती थी।
राजा हिंदुस्तानी की जबरदस्त सफलता
- फिल्म ने उस दौर में ₹76 करोड़ का कलेक्शन किया, जो 90 के दशक के हिसाब से एक बड़ी रकम थी।
- इसके गाने “परदेशी-परदेशी”, “आए हो मेरी ज़िंदगी में”, और “तुझे देखा तो ये जाना सनम” जैसे ट्रैक ब्लॉकबस्टर साबित हुए।
- आमिर खान और करिश्मा कपूर की जोड़ी को दर्शकों ने खूब पसंद किया।
निष्कर्ष
अगर फिल्म का नाम “राजा टैक्सीवाला” रहता, तो शायद यह उतनी बड़ी हिट नहीं बनती। “राजा हिंदुस्तानी” नाम ने इसे और ज्यादा यादगार बना दिया। इस तरह, सही टाइटल का चुनाव भी किसी फिल्म की सफलता में अहम भूमिका निभा सकता है।
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