मीना कुमारी की आखिरी रात: जब उन्होंने शराब में डूबकर दुनिया को अलविदा कहा!

मीना कुमारी, जिन्हें बॉलीवुड की ‘ट्रैजेडी क्वीन’ कहा जाता है, उनकी ज़िंदगी भी उनकी फ़िल्मों की तरह दुखद रही। बेहतरीन अभिनय के बावजूद उनकी निजी जिंदगी तकलीफों से भरी थी। उनकी आखिरी रात भी उनकी पीड़ा की कहानी बयां करती है।
एक अभिनेत्री, जो दर्द से भरी थी
मीना कुमारी ने बचपन से ही फ़िल्मों में काम करना शुरू कर दिया था। उनकी अदाकारी ने उन्हें ऊंचाइयों तक पहुंचाया, लेकिन उनकी निजी जिंदगी संघर्षों से भरी रही। कमाल अमरोही से उनकी शादी हुई, लेकिन यह रिश्ता कभी पूरी तरह सफल नहीं हुआ।

शराब की लत और बिगड़ती सेहत
व्यक्तिगत जीवन की परेशानियों से उबरने के लिए मीना कुमारी ने शराब का सहारा लिया। धीरे-धीरे यह उनकी ज़िंदगी का हिस्सा बन गई। उनकी सेहत बिगड़ती गई, लेकिन उन्होंने अपने दर्द को कभी दुनिया के सामने नहीं आने दिया।

आखिरी फिल्म और आखिरी रात
1972 में ‘पाकीज़ा’ रिलीज़ हुई। यह फिल्म उनकी ज़िंदगी का सपना थी, लेकिन रिलीज़ के कुछ हफ्तों बाद ही उनकी तबीयत बेहद खराब हो गई। उन्हें सेंट एलिजाबेथ हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। डॉक्टर्स ने साफ कहा कि उनका लिवर पूरी तरह खराब हो चुका है।
31 मार्च 1972 की रात, उन्होंने अपनी आखिरी सांस ली। कहा जाता है कि उनकी आखिरी रात बेहद अकेली थी। वह अस्पताल के बिस्तर पर थी, लेकिन उनके साथ कोई नहीं था।
एक दर्दभरी विदाई
मीना कुमारी की मौत ने पूरे बॉलीवुड को झकझोर दिया। उनकी ज़िंदगी और दर्दभरे किरदार आज भी सिनेमा प्रेमियों के दिलों में बसे हुए हैं।